एक ईसाई चर्च को दूसरे धर्म के बारे में लिखने की क्या जरूरत है? क्यों ईसाई चर्च दूसरों पर पथर मरते है? वेद की जगह बाइबल भी तो लिख सकते थे , मगर इनको हिंदुओं के बारे में ही लिखना होता है, और अगर हिन्दू जवाब दे तो तिलमिला जाते है
एक ईसाई चर्च को दूसरे धर्म के बारे में लिखने की क्या जरूरत है? क्यों ईसाई चर्च दूसरों पर पथर मरते है? वेद की जगह बाइबल भी तो लिख सकते थे , मगर इनको हिंदुओं के बारे में ही लिखना होता है, और अगर हिन्दू जवाब दे तो तिलमिला जाते है